भाग्यनगर सैकड़ों वर्षों के इतिहास का जीवंत प्रमाण है। इतने बड़े शहर में कई ऐतिहासिक इमारतें हैं। इन सबकी अवहेलना करते हुए तेलंगाना का नया प्रशासनिक भवन अब हैदराबाद के मध्य में बनाया गया है। तेलंगाना की परंपरा को दर्शाते हुए, जो विभिन्न संस्कृतियों का घर है, एक नए सचिवालय का उद्घाटन किया गया। तेलंगाना के स्वाभिमान के प्रतीक के रूप में खड़ा नया सचिवालय… आधुनिक स्पर्श से देश का ध्यान आकर्षित कर रहा है। टैंक बांध के किनारे.. पुराने सचिवालय के नीचे.. 28 एकड़ की विशाल भूमि पर.. इस भवन का निर्माण किया गया है। कुल 10.52 लाख वर्ग फुट क्षेत्रफल वाले 8 मंजिलों में फैले इस एकीकृत प्रशासनिक भवन का उद्घाटन किया गया. इंडो-फारसी-अरेबियन.. दक्कन-काकतीय सालिवाहन की शैली में इस भवन का अनावरण किया गया। एस्कॉन और पोन्नी आर्किटेक्ट्स सचिवालय द्वारा डिज़ाइन किया गया। भाग्यनगर सैकड़ों वर्षों के इतिहास का जीवंत प्रमाण है। इतने बड़े शहर में कई ऐतिहासिक इमारतें हैं। इन सबकी अवहेलना करते हुए तेलंगाना का नया प्रशासनिक भवन अब हैदराबाद के मध्य में बनाया गया है। तेलंगाना की परंपरा को दर्शाते हुए, जो विभिन्न संस्कृतियों का घर है, एक नए सचिवालय का उद्घाटन किया गया। तेलंगाना के स्वाभिमान के प्रतीक के रूप में खड़ा नया सचिवालय… आधुनिक स्पर्श से देश का ध्यान आकर्षित कर रहा है। इस सचिवालय की विशेषताएँ ही सब कुछ नहीं हैं… ..
स्वराष्ट्र के सपने को साकार करने के बाद सीएम केसीआर तेलंगाना को सभी क्षेत्रों में चला रहे हैं.. जिससे पूरे देश की नजरें राज्य पर टिकी हैं। क्या इसे कालेश्वरम परियोजना से दुनिया भर में पहचान मिली थी.. क्या इसे यदाद्री के पुनर्निर्माण के साथ देश के सबसे महान तीर्थस्थलों में से एक बनाया गया था.. क्या यह पीढ़ियों से अम्बेडकर की आकांक्षाओं को याद रखने के लिए शहर के बीचोबीच दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति थी। ये सभी केसीआर की दूरदर्शिता के प्रमाण हैं। अगर यह सब एक ऊंचाई है.. अब केसीआर तेलंगाना के स्वाभिमान का झंडा जमीन पर फहरा रहे हैं.. ताकि तेलंगाना का हर नागरिक खड़ा हो सके और गर्व से कह सके.. एक प्रशासनिक भवन बनाकर.. केसीआर सांस्कृतिक विरासत प्रदान कर रहे हैं पिछली पीढ़ियों को। नया सचिवालय न केवल एक प्रशासनिक भवन है, बल्कि तेलंगाना के विकास, एक सांस्कृतिक वैभव, लोकतंत्र का एक प्रतीक भी है। इस सचिवालय की खास बातें सुनेंगे तो.. आभा अनाका मनारू। कुतुब मीनार, जो देश की धरोहर है, ताजमहल जैसी महान इमारतों से भी ऊंची है।
30 कांफ्रेंस हॉल… हर एक 10 सिनेमा हॉल के बराबर…
नए सचिवालय में कुल 635 कमरे और 30 कॉन्फ्रेंस हॉल बनाए गए हैं। प्रत्येक कॉन्फ्रेंस हॉल को 10 सिनेमा हॉल के बराबर बनाया गया है। जहां पहली से पांचवीं मंजिल संबंधित विभागों को आवंटित की जाती है, वहीं छठी मंजिल विशेष रूप से मुख्यमंत्री को आवंटित की जाती है। सभी मंत्रियों के लिए अलग-अलग चैंबर और कॉन्फ्रेंस हॉल की व्यवस्था की गई है। रिसेप्शन हॉल, एनआरआई सेल, मीडिया हॉल, प्रचार सेल, डाकघर, दो बैंक, दो एटीएम, बस काउंटर, रेलवे काउंटर, कैंटीन, एसोसिएशन बिल्डिंग, डिस्पेंसरी, इंडोर गेम्स, हाउसिंग सोसाइटी के लिए 4 मंजिला भवन का निर्माण किया गया है। एक मस्जिद, मंदिर और चर्च भी बनाया गया था।